DM से भी छिपाए गए थे दुकानों से जुड़े अहम मामले
बैंक गारंटी-प्रतिभूति घोटाला:DEO उपाध्याय को मिलेगा शो कॉज़ नोटिस
अन्य जिम्मेदार अफसरों पर भी कार्रवाई मुमकिन
महकमे की जांच रिपोर्ट भी जमा,देहरादून में तमाम गड़बड़ियों का खुलासा
चेतन गुरुंग
शराब महकमे में सालों से चले आ रहे करोड़ों के खेल और अरबों के घोटालों का सिलसिला अभी भले नहीं थमा हो, लेकिन अब इसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। देहरादून के जिलाधिकारी व कलेक्टर सी रविशंकर ने साफ कहा कि शराब की दुकानों से जुड़े बैंक गारंटी और प्रतिभूति घोटालों के साथ लाइसेन्स फीस न लिए जाने से जुड़े घपलों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने सुबह-सुबह फोन पर बातचीत में स्वीकार किया कि उनकी जानकारी में ये मामले नहीं थे। Newsspace में इनके बारे में रिपोर्ट पढ़ने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी तलब की। जिला आबकारी अधिकारी मनोज उपाध्याय से उन्होंने जवाब तलब किया। इसके बाद इस खेल और बड़े स्तर पर चल रहे खेल-घोटाले का एहसास उनको हुआ। उन्होंने बताया कि उपाध्याय ने जुबानी सफाई में एक संयुक्त आयुक्त का नाम लिया कि उनके निर्देश पर उसने ये सब अंजाम दिए।
हालांकि, DM रविशंकर ने संयुक्त आयुक्त के नाम का खुलासा नहीं किया। सूत्रों के मुताबिक उसने जिस संयुक्त आयुक्त का नाम लिया, वह कोई और है। ऐसा सिर्फ खुद के घिरने की सूरत में दूसरी लॉबी को भी घेरने की खातिर किया जा रहा है। जिस संयुक्त आयुक्त का नाम लिया उसके पास आज की तारीख में कोई अहम ज़िम्मेदारी नहीं है। न ही वह अधिकार सम्पन्न है।
रविशंकर ने कहा कि उनकी जानकारी में दो इंस्पेक्टर शुजात हुसैन और संजय रावत से जुड़े अहम मामले भी आए हैं। वह अपने स्तर पर किसी को भी नहीं बख्शेंगे। उन्होंने कहा कि उपाध्याय को कारण बताओ नोटिस दिया जा रहा है। साथ ही तमाम गड़बड़ियों और घपलों-अनियमितताओं के खुलासे के बाद उसके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई के लिए शासन को भी लिखा जा रहा है। कलेक्टर के तौर पर उनका जो भी दायित्व है। उसको पूरी शिद्दत से पूरा किया जा रहा है।
शराब महकमे में भले आयुक्त प्रणाली है, लेकिन कलेक्टर के पास तमाम अधिकार हैं। वह जिले के लाइसेंसिंग अथॉरिटी हैं। वह किसी भी अधिकारी के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने का अधिकार रखते हैं। देहरादून में आकारी आयुक्त कार्यालय की तरफ से जो गहन जांच हुई थी, उसकी रिपोर्ट भी जमा हो गई है। सूत्रों का कहना है कि इसमें तमाम तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए घोटालों और साजिश के जरिये सरकार को पहुंचाई गई करोड़ों की राजस्व चोट पर पूरी रिपोर्ट है।
डीएम और जांच रिपोर्ट के बाद महकमे को सालों से अपने ईशारों पर चला रही शक्तिशाली लॉबी और शराब माफिया तंत्र में जबर्दस्त खलबली है। DM रविशंकर ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। लिहाजा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कोई नहीं रोक सकता है।