कृषि सचिव मीनाक्षी सुंदरम का DM’s को फरमान
Chetan Gurung
कॉरोना के कारण देश-दुनिया हिली हुई है। ऐसे में अर्थव्यवस्था के साथ ही कृषि भी न तबाह हो जाए, इसलिए सरकार ने किसानों और खेती उपकरणों-रसायनों से जुड़े उद्यमियों-कार्मिकों को तमाम राहत दी है। कृषि सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिए हैं कि वे आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराएं।
पहाड़ में इन दिनों चैती धान और सवा की बुवाई चल रही। मैदानी इलाकों में गन्ना, मूंग, मक्का और हरा चारा की बुवाई की जा रही है। किसानों को बीज, खाद और कृषि उपकरण की उपलब्धता में दिक्कत न हो, इसलिए त्रिवेन्द्र सरकार आगे आई है। इन सभी की बिक्री के लिए व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को खोलने की व्यवस्था के आदेश सरकार ने दिए हैं।
खास बात ये है कि रबी की फसलों गेहूं, चना, जौ, मसूर, राई और सरसों की कटाई भी अभी चल रही है। राष्ट्रबंदी के कारण किसानों को माल लाने-ले जाने में भी दिक्कत न हो, इसका ख्याल रखते हुए किसानों और प्रतिष्ठानों के वाहनों को छूट दी गई है। साथ ही प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। चार से अधिक किसान इकट्ठे नहीं होंगे। वे सेनीटाइजर-मास्क का इस्तेमाल करेंगे।

रेलवे ट्रैक पर सामान की लोडिंग-अनलोडिंग में कम से कम श्रमिकों से कार्य लिया जाएगा। फार्म मशीनरी बैंक और कस्टम हायरिंग सेंटर्स का संचालन होगा। कृषि से जुड़े लोगों को काम के लिए आने-जाने दिया जाएगा। हर मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय और कृषि निदेशालय में कंट्रोल खुले रहेंगे। खरीफ फसलों की बुवाई और कृषि निवेश की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का जिम्मा उनका होगा।
न्याय पंचायत, विकासखंड और जिला स्तर के कृषि निवेश केंद्र पूरे वक्त खुले रहेंगे। इन सभी आदेशों के अनुपालन के साथ ही सामाजिक दूरी का सिद्धान्त भी लागू कराने का जिम्मा जिलाधिकारियों का होगा।