DM डॉ.आशीष:ADM से जांच रिपोर्ट तलब की है:मुकदमा मुमकिन
भारत सरकार के सख्त आदेश हैं-भीड़ इकट्ठा न होने दें
बिना प्रशासनिक मंजूरी के की आज स्पेशल जनरल मीटिंग
Chetan Gurung
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को आज लॉक डाउन प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर महामारी एक्ट के अंतर्गत जिला प्रशासन ने नोटिस भेज दिया है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने `News Space’ से कहा, `भारत सरकार के साफ आदेश हैं कि कोरोना प्रोटोकॉल के दौर में सिर्फ शादी-ब्याह में दोनों तरफ के मिला के 50 लोगों को शामिल होने दिया जा सकता है’। एसोसिएशन की स्पेशल जनरल मीटिंग में तकरीबन 75 लोग मौजूद थे, ऐसा प्रत्यक्षदर्शियों के साथ ही खुद CAU के ओहदेदार और सदस्यों ने बताया।

जिलाधिकारी ने कहा कि उनको जैसे ही इस स्पेशल जनरल मीटिंग की जानकारी मिली, उन्होंने एडीएम से इस बारे में जानकारी लेने और नोटिस भेज के आयोजकों से जवाब तलब करने के निर्देश दे दिए। ये बैठक रायपुर के करीब तुनवाला में शाकुंभरी गार्डन में हुई। बैठक में सिर्फ देहरादून के ही नहीं बल्कि प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों से एसोसिएशन की जिला ईकाई के पदाधिकारी शामिल होने आए थे। 54 तो सीधे CAU के ओहदेदार और सदस्य हैं। इसके साथ ही उनके करीबी और विश्वासपात्र भी आए थे। भले वे एसोसिएशन में नहीं हैं।

`News Space’ के रिपोर्टर और फोटोग्राफर भी मौके पर थे। बैठक में शामियाने के भीतर काफी लोग थे लेकिन बाहर भी तकरीबन उतने ही लोग दिखाई दे रहे थे, जितने भीतर थे। महामारी एक्ट के मुताबिक आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की पूरी आशंका है। उन्होंने केंद्र सरकार के 50 से अधिक कहीं एकत्र न होने देने के आदेश का पालन नहीं किया। खास बात है कि सिर्फ शादी ब्याह में ही अधिकतम 50 लोग एक जगह इकट्ठे हो सकते हैं। वह भी दोनों पक्षों के मिला के।

स्पेशल जनरल मीटिंग बुला के CAU ने न सिर्फ भीड़ इकट्ठी की बल्कि लॉक डाउन कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा डाली। इसकी जानकारी मिलते ही DM श्रीवास्तव ने ADM अरविंद पांडे को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जांच में आरोप सही मिले तो आयोजकों पर महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज होना और इसका लंबा चलना तयशुदा है। DM आशीष ने कहा कि इस बैठक की पूर्व सूचना और मंजूरी भी सरकार से नहीं ली गई। जो गंभीर कृत्य है। CAU आए दिन किसी न किसी गंभीर विवाद या आरोप में फँसती रहती है। SGM बुला के उसने एक और गंभीर झंझट अपने सिर ले लिया। मुकदमा दर्ज हुआ तो अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला और सचिव माहिम वर्मा के लिए संकट पैदा हो सकता है।