भदौरिया दंपत्ति (Nitin-Swati) भी हैं DM:कब तक पहाड़ ही देखता रहेगा ये युगल!
Chetan Gurung
देहरादून के DM डॉ.आशीष श्रीवास्तव की पत्नी ईवा भी टिहरी की कलेक्टर बन गईं। सरकार ने मंगेश घिल्डियाल के केंद्र सरकार के प्रतिनियुक्ति में चले जाने पर उनकी जगह ईवा को भेज दिया। भदौरिया (नितिन-स्वाति) दंपत्ति के बाद अब प्रदेश में श्रीवास्तव दंपत्ति को भी एक साथ DM होने का श्रेय मिल गया।
आशीष और ईवा सरकार के प्रिय युवा नौकरशाहों में शुमार किए जाते हैं। ईवा के पास अपर सचिव (मुख्यमंत्री) और GMVN के MD की ज़िम्मेदारी थी। उनकी जगह अब आशीष चौहान को MD (GMVN) बना दिया गया है। चौहान के पास CEO-UCADA की ज़िम्मेदारी बनी रहेगी। आशीष के पास एक वक्त DM और CEO (स्मार्ट सिटी) के साथ ही MDDA VC का भी जिम्मा था। उनको देहरादून का DM बनाने के लिए ही सरकार ने रविशंकर को बहुत कम समय में देहरादून के DM की ज़िम्मेदारी से हटा के हरिद्वार भेज दिया था।
ईवा के DM बनते ही राज्य में भदौरिया-श्रीवास्तव दंपत्ति ऐसे हो गए हैं, जो एक साथ कलेक्टर हैं। नितिन-स्वाति को प्रदेश के बहुत अच्छे युवा नौकरशाहों में गिना जाता है। ये बात दीगर है कि नितिन को अल्मोड़ा और स्वाति को चमोली में लंबा अरसा गुजर चुका है। उनको अब तक बड़े-अहम और मैदानी जिलों में पोस्टिंग न मिलना हैरतनाक कहा जा सकता है। खास तौर पर जब उनके कामकाज से सरकार भी खुश-संतुष्ट है।
राज्य में कलेक्टर पहले भी कई दंपत्ति रह चुके हैं, लेकिन एक साथ कलेक्टर बनने के लिए काबिलियत के साथ ही तकदीर की भी जरूरत होती है। जावलकर दंपत्ति (दिलीप-सौजन्या) और झा दंपत्ति (नितेश-राधिका) भी अलग-अलग वक्त में DM रह चुके हैं। गुजरे काल में दास दंपत्ति (सुरजीत किशोर-विभा पुरी) भी DM रह चुके हैं।