रिकवरी रेट (94.47) लगातार बेहतर
Chetan Gurung
कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन 226 नए केस मिले। वैक्सीन लगने शुरू होने के बावजूद कोरोना केसों पर प्रभावी रोक में अभी काफी वक्त लगेगा। दो डोज़ सबसे पहले फ्रंट लाइन-हेल्थ वर्कर्स को लगेंगे। इसमें ही दो महीने गुजर जाएंगे। उसके बाद बचे हुए लोगों का नंबर बारी-बारी आएगा। महीनों इसमें लगेंगे। ऐसे आलम में उत्तराखंड में आज 226 केस सामने आए। इस आंकड़े को संतोषजनक कहा जाएगा। 4 मरीजों की मौत हुई।
ऐसा नहीं है कि वैक्सीन की पहली या फिर 45 दिन बाद लगने वाली दूसरी डोज़ के तुरंत बाद ही महामारी फैला रहे वाइरस के दाँत खट्टे हो जाएंगे। उसको काबू करने में इसलिए भी वक्त लगना तय है कि शुरुआती दो डोज़ सिर्फ 50 हजार को ही लगाए जा रहे हैं। बाद में भी पहले बचे हुए हेल्थ वर्कर्स-फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगाए जाएंगे, जो ख़ासी तादाद में हैं।
उसके बाद बाकी लोगों का नंबर आएगा। इसमें भी 50 साल से अधिक उम्र वालों की बारी औरों से पहले आएगी। कोरोना से इस उम्र के पार वालों की मृत्यु अधिक हो रही है। वैक्सीन के आने से लापरवाह होने वालों को ये ध्यान में रखना होगा। उत्तराखंड के लोगों को अधिक सतर्क होने की जरूरत है। खास तौर पर ये देखते हुए कि अब कुम्भ मेला करीब है। लाखों लोग हरिद्वार-आसपास डेरा डाले रहेंगे। एक साथ गंगा स्नान करेंगे। इससे कोरोना फैलने की आशंका अधिक जताई जा रही है।
अभी अच्छी बात ये है कि राज्य में कोरोना केसों में काफी कमी आ चुकी है। मौतें भी कम हुई हैं। आज देहरादून में सबसे ज्यादा (90) केस तो मिले पर ये तीन अंकों से नीचे रहा। हरिद्वार (31) और नैनीताल (40) में भी केस काफी कम मिले। पहाड़ों में अब अमन चैन दिखाई दे रहा है। आज देहरादून (2), चमोली-हल्द्वानी (1-1) में कोरोना मरीज ईलाज के दौरान चल बसे। 272 ठीक हो गए। अब तक 1606 मरीजों की मृत्यु राज्य में हो चुकी है।