काउंसिल की बैठक की मांग ले के लामबंदी तेज:कई सीएयू सदस्य अध्यक्ष-सचिव से नाराज
सांसद अजय भट्ट से भी सीएयू की शिकायत और जांच कराने की मांग
Chetan Gurung

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला क्रिकेट का इस्तेमाल अपनी सियासत चमकाने के आरोपों को ले के निशाने पर हैं। महिलाओं की त्रिकोणीय एक दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन पर एक भी एपेक्स काउंसिल सदस्य मौजूद न रहने को अध्यक्ष और सचिव माहिम वर्मा के खिलाफ असंतोष से जोड़ के देखा जा रहा है।

ये भी अंदरखाने सुगबुगाहट है कि अपेक्स काउंसिल और सीएयू सदस्य जल्दी ही एसोसिएशन में हो रही मनमानियों और उत्तराखंड क्रिकेट की बदनामियों पर बैठक करने वाले हैं। खास तौर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस मामले में दिलचस्पी लेने के बड़ा उनके हौसले बढ़े हुए हैं। मुख्यमंत्री से कुछ संगठनों ने सीएयू की शिकायत कर गड़बड़झाले की जांच की मांग की है। नैनीताल के सांसद अजय भट्ट को भी मेल भेज के उत्तराखंड युवा संगठन ने एसोसिएशन की शिकायत कर जांच कराने की मांग की है।
ताजा मामला उत्तराखंड-हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के बीच देहरादून के अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी में आयोजित त्रिकोणीय प्रतियोगिता के समापन से जुड़ा है। समापन समारोह में गुनसोला के अलावा दो वयोवृद्ध सीएयू सदस्य पीसी वर्मा और अमर सिंह मेंगवाल ही उपस्थित थे। मुख्य अतिथि सेवा का अधिकार आयोग के आयुक्त अनिल रतूड़ी और उनके पत्नी अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को समापन समारोह में निमंत्रित किया गया था। ताज्जुब की बात है कि एक भी एपेक्स काउंसिल सदस्य इस दौरान मौजूद नहीं था।
सदस्यों के अनुसार अध्यक्ष और सचिव की कार्य शैली के विरोध में कोई भी सदस्य नहीं आया। उनको विधिवत बुलाया भी नहीं गया था। एक सीएयू पदाधिकारी और एसोसिएशन के एक सदस्य के मुताबिक गुनसोला ने बिना किसी से परामर्श किए समापन समारोह की रूप रेखा तय कर दी। उनको अगले विधानसभा चुनाव में मसूरी सीट से congress का टिकट चाहिए, इसलिए उन्होंने अपने हिसाब से सब कुछ तय किया। रतूड़ी दंपत्ति मसूरी के रहने वाले हैं। इसलिए गुनसोला पर ये आरोप लगाए जा रहे हैं।
ये भी अंगुली उठाई जा रही है कि आखिर मेंगवाल-वर्मा किस हैसियत से समापन में मौजूद थे। वे सिर्फ सामान्य सदस्य हैं। एपेक्स काउंसिल सदस्यों पर उनको तरजीह दे के कैसे बुलाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार अपेक्स काउंसिल के साथ ही एसोसिएशन में भी असंतुष्ट सदस्यों की तादाद लगातार बढ़ रही है। वे उचित मौके के इंतजार में हैं। उन्होंने हालिया विवादों-आरोपों पर अपेक्स काउंसिल की आपात बैठक बुलाने की मांग भी की है। इस पर अभी तक अध्यक्ष-सचिव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसके ले के भी सदस्यों में नाराजगी है।