देहरादून (देशयोगी हेम चंद)। देहरादून जनपद अन्तर्गत, विकासनगर तहसील मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय में कार्मिकों के अभाव में लाखों रुपए मूल्य की अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे मशीनों पर धूल की मोटी परतें जम गई हैं। इसका खुलासा गुरुवार को क्षेत्रीय पशुपालकों की शिकायत पर वहां पहुंचे राज्य में ईमानदारी से जनता की समस्याओं पर कार्य करने वाले संगठन जन संघर्ष मोर्चा की टीम ने किया।
संगठन के अध्यक्ष, पूर्व दर्जा मंत्री रघुनाथ सिंह नेगी ने यूनीवार्ता को बताया कि इस पशु चिकित्सालय में
अल्ट्रा साउंड और एक्सरे महीने कई साल पहले स्थापित कर दी गई। परन्तु, रेडियोलॉजिस्ट व लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति न होने के कारण, यह मशीनें सफेद हाथी साबित हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इसके कारण क्षेत्र के एकमात्र प्रमुख पशु चिकित्सालय पर निर्भर पशुपालक एवं पशु प्रेमी पशुओं का समुचित इलाज नहीं करवा पा रहे हैं तथा उनको इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, चिकित्सालय में कई अन्य सुविधाओं का भी अभाव बना हुआ है। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में एक भवन शल्य चिकित्सा केंद्र का है। जिसमें बड़े-बड़े अक्षरों में ‘शल्य चिकित्सा केंद्र’ भी अंकित है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में उक्त केंद्र की हालत दयनीय बनी हुई है।
पशु चिकित्सालय के भ्रमण के दौरान, मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, मोहम्मद असद, दिलबाग सिंह, प्रवीण शर्मा पिन्नी, सुशील भारद्वाज व संतोष शर्मा मौजूद रहे।