Getting your Trinity Audio player ready...
|
आशुतोष नेगी को एससी-एसटी मामले में जमानत मिल गई है। पत्रकार आशुतोष नेगी को पांच मार्च को एससी-एसटी एक्ट में पौड़ी से गिरफ़्तार किया गया था।
एससी-एसटी मामले में आशुतोष नेगी को जमानत मिल गई है। पांच मार्च को पौड़ी पुलिस ने आशुतोष नेगी को गिरफ्तार किया था। इसी दिन उन पर पुलिस से अभद्रता करने और सरकारी काम में बाधा डालने का एक और मामला दर्ज किया गया था। बता दें कि उनकी रिहाई को लेकर कई स्थानों पर प्रदर्शन हो रहा था।
कोटद्वार अपर जिला सत्र न्यायालय ने आशुतोष नेगी को 40-40 हजार मुचलके पर जमानत दे दी है। आशुतोष नेगी की अधिवक्ता सरिता रानी ने बताया कि कोर्ट में आशुतोष की रिहाई की मांग की गई थी। पौड़ी व बार काउंसिल कोटद्वार की तरफ से 20-25 अधिवक्ताओं ने बहस की। जिसके बाद न्यायालय ने आशुतोष नेगी और दीप मैठाणी की रिहाई के आदेश जारी कर दिए हैं।
बता दें कि पत्रकार आशुतोष नेगी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए लगातार लड़ रहे थे। उनको जमानत मिलने पर अंकिता भंडारी के पिता विरेन्द्र भंडारी ने खुशी जताई है। अंकिता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी के साथ जघन्य अपराध करने वालों को सजा दिलाने के लिए आशुतोष नेगी काम कर थे। उन्होंने का कि आशुतोष नेगी को उत्तराखंड पुलिस ने फर्जी-एसटी एक्ट लगाकर गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि जैसे आशुतोष नेगी की रिहाई हुई है ठीक वैसे ही अंकिता के हत्या के आरोपियों को भी उनके किए की सजा मिलेगी।