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कांग्रेसी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी राजीव जैन और बिल्डर मानस लुंबा के ठिकानों पर मंगलवार सुबह शुरू की गई आयकर की छापेमारी शुक्रवार दोपहर बाद तक संपन्न हो गई। दून, मेरठ और दिल्ली के 20 ठिकानों पर एक साथ की गई कार्रवाई में आयकर अधिकारियों ने बड़ी तादाद में नकदी, आभूषण और बुलियन जब्त करने के साथ ही कई बैंक लाकर सील किए। इसके अलावा करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज भी कब्जे में लिए गए।
दून में ही आयकर विभाग दिल्ली की कार्रवाई राजीव जैन के माजरा क्षेत्र के रोचिपुरा स्थित आवास इसी क्षेत्र में उनकी बहन, भाई आदि स्वजनों के आवास के साथ ही जैन के व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर की गई। इसी तरह बिल्डर मानस लुंबा के डालनवाला क्षेत्र स्थित घर और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी खंगाला गया।आयकर सूत्रों के मुताबिक राजीव जैन की छत से जो बैग पड़ोसी की छत पर फेंका गया था, उसमें कैश भरा था। पूर्व में इसमें एक करोड़ रुपये के आसपास नकदी की बरामदगी की जानकारी बाहर आई थी और अब स्पष्ट किया गया है कि यह रकम 70 लाख रुपये के करीब थी।
इसके अलावा राजीव जैन के ठिकानों से 01 करोड़ रुपये के आसपास के आभूषण जब्त किए गए हैं। वहीं, मानस लुंबा के ठिकानों से लाखों रुपये के बुलियन (सोने-चांदी की सिल्लीयां/सिक्के आदि) पाए गए हैं। आयकर सूत्रों ने बताया कि राजीव जैन और उनके स्वजनों से करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज हाथ लगे हैं। इनमें से बड़ी संख्या में अघोषित आय से जुड़े रिकार्ड भी पाए गए हैं। छापेमारी पूरी हो जाने के बाद अब आयकर अधिकारी समन जारी कर राजीव जैन और अन्य को पूछताछ के लिए बुलाएंगे। ताकि अघोषित संपत्ति को लेकर जो दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं, उन पर स्थिति साफ की जा सके। इसी के बाद कर अपवंचना की तस्वीर भी पूरे तौर पर साफ हो पाएगी। छापेमारी में देहरादून के अलावा अन्य क्षेत्रों में कुल 20 टीम में 40 से अधिक अधिकारी शामिल रहे।